करोड़पतियों के संगठन की बागडोर अब अजय सिंह के हाथ में

करोड़पतियों के संगठन की  बागडोर अब अजय सिंह के हाथ में

सोनभद्र -अंततः बहुप्रतीक्षित डाला बिल्ली क्रशर ओनर्स एसोसिएशन को डेढ़ दशक बाद नये खेवनहार मिल गये है।लगभग 14 वर्ष बाद सोमवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुए चुनाव में बिजली कर्मचारियों के बड़े नेता अजय सिंह ने अपने अनुभव का प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया। उन्होंने क्रशर एसोसिएशन के सबसे अनुभवी नेता और पिछले 14 वर्षों से सचिव रहे एस एच खान को 63 मतों से हरा दिया।इसके अलावा अभिषेक कुमार सिंह उर्फ़ पिंकू ने सचिव पद के लिए जयप्रकाश केशरी को 40 मतों से हरा दिया।  

पिछले एक पखवाड़े से चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों के बीच चल रही रस्सा कशी को देखते हुए जिला प्रशासन काफी सतर्क रहा। मतदान के दौरान कई थानों की पुलिस सहित उप जिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी लगातार सक्रिय दिखाई पड़े। शांतिपूर्ण तरीके से हुए चुनाव के दौरान मीडिया के प्रवेश पर रोक सम्बन्धी पोस्टर को लेकर काफी चर्चा रही।

मतगणना के बीच में ही अध्यक्ष पद के प्रत्याशी एस एच खान के मतदान स्थल से चले जाने से परिणाम के पहले ही संकेत मिल गये थे। बहरहाल परिणाम घोषित होने के बाद विजेताओं ने स्थानीय शारदा मंदिर जाकर पहले दर्शन किया। इस दौरान समर्थकों में काफी उत्साह दिखाई पड़ा।

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अजय सिंह लड़ेंगे अब खनन उधमियों की लड़ाई

पिछले चार दशकों से बिजली कर्मचारियों के लिए संघर्ष करने वाले उत्तर प्रदेश के बिजली संगठनों में सबसे बड़े बिजली कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अजय सिंह अब भारी समस्याओं से जूझ रहे बिल्ली मारकुंडी पत्थर खनन क्षेत्र के लिए संघर्ष करते दिखेंगे। अध्यक्ष पद के लिए पड़े कुल 289 मतों में अजय सिंह ने कुल 167 मत प्राप्त किये। दुसरे स्थान पर रहे एस एच खान को 104 मत तथा नंदलाल पाण्डेय को 18 मत मिले।

संगठन की राजनीति का लंबा अनुभव अजय सिंह के लिए काफी मददगार साबित हुआ। खासकर अजय सिंह के समर्थन में खदान मालिकों की अधिकता उनके लिए फायदेमंद साबित हुयी। अजय सिंह की जीत के कई मायने हैं।  पिछले डेढ़ दशक के दौरान एसोसिएशन की सक्रियता में कमी ने खनन व्यवसाय के लिए बड़ी चिंता पैदा कर दी थी। यही नहीं यह लड़ाई पुराने और नये खनन उधमियों के बीच भी देखी गयी।पिछले एक दशक के दौरान उभरे खनन व्यवसाइयों खासकर युवा व्यवसाइयों ने अजय सिंह के पैनल को जमकर समर्थन दिया। यह देखने लायक होगा कि नई कार्यकारिणी किस तरह डूबते व्यवसाय को उभार पाएगी।  

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पिंकू और नवनीत की दिखी लोकप्रियता

सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर जीते प्रत्याशियों ने अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया। सचिव पद पर अभिषेक कुमार सिंह उर्फ़ पिंकू ने जयप्रकाश केशरी जैसे मजबूत प्रत्याशी को हराया। अभिषेक सिंह को जहाँ 164 मत मिले वही जयप्रकाश को 124 मत प्राप्त हुए। पिंकू सिंह की जीत में उनकी स्पष्टवादिता वाला स्वभाव काफी मददगार साबित हुआ। खासकर युवा उधमियों में उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा रही। पूरे चुनाव में कोषाध्यक्ष पद पर नवनीत अग्रवाल की जीत सबसे ज्यादा चर्चे में रही।नवनीत अपने पैनल से एकमात्र प्रत्याशी रहे जो जीत हासिल कर पाए। नवनीत अग्रवाल ने कांटे भरे संघर्ष में दीपक केशरी को 10 मतों से हराया। नवनीत को कुल 146 मत तथा दीपक केशरी को 136 मत प्राप्त हुए। इस पद के लिए पड़े कुल मतों में सात मत निरस्त कर दिए गये।      

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उप सचिव के लिए हुए चुनाव में अंजनी कुमार केशरी ने कुल 149 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रत्याशी अमित दुबे को 15 मतों से हरा दिया।चुनाव में विभिन्न पदों पर 309 मतदाताओं मे 289 मतदाताओं ने मतदान किया।वही उपाध्यक्ष के लिए आलोक सिह,संगठन मंत्री के लिए धर्मराज उपाध्याय एवं आनंद मौर्यतथा आय व्यय निरीक्षक पद के लिए प्रदीप कुमार अग्रवाल पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे ।

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