रिहंद सहित कई बांधों के फाटक खुलने से सोन नदी में बाढ़
चोपन से जपला तक आई बाढ़
नई दिल्ली- मध्य भारत के पूर्वोत्तर हिस्से में हो रही भारी बारिश के कारण यहाँ की सोन नदी में बाढ़ आ गयी है। कई बड़े जलाशयों के खुले फाटकों के कारण सोन नदी का जलस्तर अधिकतम बाढ़ जलस्तर को पार कर गया है। पिछले तीन दिनों से पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ एवं दक्षिणी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में हुयी भारी बारिश के कारण आधा दर्जन के करीब बांधो के फाटक खोलने पड़ें हैं। जिसके कारण उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से लेकर झारखण्ड के पलामू जिले तक बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है। फिलहाल रिहंद बांध,ओबरा डैम,बाणसागर डैम, धधरौल बाँध के फाटक खुलने के साथ कनहर नदी से आ रहे भारी पैमाने पर पानी के कारण सोनभद्र के पूर्वी हिस्से सहित झारखण्ड और बिहार में सोन नदी के तटवर्ती हिस्सों में बाढ़ आ गयी है। अभी तक तीन दर्जन से ज्यादा टोलों में नालों के माध्यम से पानी घुस गया है।
सोनभद्र के पूर्वी हिस्से में नेगाई प्वाइंट पर सोन नदी ने अधिकतम बाढ़ जलस्तर को पार कर लिया है। बुधवार प्रातः 9 बजे के करीब सोन का जलस्तर अधिकतम बाढ़ जलस्तर 162 मीटर के सापेक्ष 162.07 मीटर दर्ज किया गया है। अभी तक सोनभद्र के हर्रा, ब्रह्मोरी, चकरिया,गायघाट,नरहती,अश्नाबांध,रानीडीह, नकतवार,चननी, बिहार के यदुनाथपुर, नौहट्टा एवं झारखण्ड के घमहरिया, मेरौनी, खैरवा, खडवान, कोस देहरा,हरिहर पुर,किशनपुर सहित तीन दर्जन से ज्यादा तटवर्ती हिस्सों में बाढ़ का पानी पहुँचने लगा है। इन हिस्सों में सोन नदी में तीन मीटर की अप्रत्याशित वृद्धि हुयी है। फिलहाल अगले 40 घंटे तक स्थिति विस्फोटक बनी रहेगी। मंगलवार देर रात बाणसागर बाँध के भी कई फाटक खोलकर भारी पैमाने पर पानी सोन नदी में छोड़ा जा रहा है।
बताते चलें कि 19 सितंबर को 90 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी की आवक बाणसागर बांध में होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। जिसको देखते हुए सोन नदी के तटवर्ती हिस्सों में भयावह स्थिति बनी रहेगी।
रिहंद के खुले तीन फाटक
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र,मध्य प्रदेश के सिंगरौली, छतीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण रिहंद बाँध का जलस्तर बुधवार प्रातः 8 बजे अधिकतम 872 फीट तक पहुँच गया था। जिसके कारण प्रातः 8.40 बजे पहला,8.55 बजे दूसरा एवं 9.05 बजे तीन फाटक खोल दिए गये। तीनो फाटकों को 10-10 फीट खोलकर भारी पैमाने पर पानी रेणु नदी में छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा विधुत उत्पादन से करीब 18000 क्यूसेक अतिरिक्त पानी रेणु नदी में पहुँच रहा है। उधर रिहंद बांध के डाउन स्ट्रीम प्रोजेक्ट ओबरा डैम के भी एक फाटक को खोल कर अतिरिक्त पानी को रेणु नदी में छोड़ा जा रहा है।इससे पहले मंगलवार सुबह ओबरा डैम के पांच फाटक खोले गये थे।