1.35 लाख क्यूसेक पानी पहुँचने पर बाणसागर बांध के तीन फाटक खोले गये

सोन नदी में छोड़ा जा रहा 32 हजार क्यूसेक पानी

1.35 लाख क्यूसेक पानी पहुँचने पर बाणसागर बांध के तीन फाटक खोले गये

फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली,25 अगस्त 2022- पिछले एक सप्ताह से मध्य भारत में चल रही बारिश के कारण मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में सोन नदी पर मौजूद बाणसागर जलाशय के तीन फाटक बुधवार देर रात खोल दिए गये हैं । भारी पैमाने पर पानी के आवक के कारण बाणसागर जलाशय के पूर्ण रूप से भरने की संभावना बन गयी है। इसको लेकर मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश और बिहार में बुधवार शाम को ही चेतावनी जारी कर दी गयी थी।  बुधवार दोपहर 12.00 बजे बाणसागर का जलस्तर पूर्ण जलाशय स्तर(एफआरएल) 341.64 मीटर के सापेक्ष 341.51 मीटर पहुँच गया था।जिसको देखते हुए बाणसागर प्रशासन ने रेडियल गेट को खोलने के लिए चेतावनी जारी कर दी।

 बुधवार देर रात 12 बजे के करीब बांध के तीन फाटक खोल दिए गये। इससे पहले 26 अगस्त 2022 को फाटक खोले गये थे। गुरुवार प्रातः आठ बजे बाणसागर का जलस्तर 341.60 मीटर पहुँच गया था। फिलहाल 32 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी सोन नदी में छोड़ा जा रहा है।  

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गौरतलब है कि उत्तरी छत्तीसगढ़ पर दबाव के प्रभाव के कारण 10 और 11 सितंबर को मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना पहले ही भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जताई थी।  10 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश और 11 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश में अत्यधिक भारी वर्षा हुई है।  मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा के अंदरूनी हिस्सों पर बना दबाव क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ा और 10 सितंबर की शाम (भारतीय समयानुसार 17.30 बजे) कमजोर होकर पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में एक कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। 

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यह लगभग उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ा और सुबह (भारतीय समयानुसार 0830 बजे) पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर दबाव क्षेत्र में फिर से मजबूत हो गया और फिर 11 सितंबर को भारतीय समयानुसार 1130 बजे उसी क्षेत्र में अक्षांश 24.2 डिग्री उत्तर और देशांतर 79.9 डिग्री पूर्व के पास केंद्रित रहा, जो दमोह (मध्य प्रदेश) से लगभग 60 किमी उत्तर-पूर्व में, खजुराहो (मध्य प्रदेश) से 90 किमी दक्षिण में, सतना (मध्य प्रदेश) से 100 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में और झांसी (उत्तर प्रदेश) से 190 किमी दक्षिण-पूर्व में मौजूद रहा । इस दौरान बाणसागर में जल संग्रह करने वाले आधा दर्जन जनपदों में हुयी बारिश के कारण सोन नदी,महानदी एवं बेवई नदी के जलस्तर में वृद्धि हुयी। 

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वीके ओझा, कार्यपालन यंत्री, बाणसागर पक्का बांध संभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि लगभग 1.35 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की आवक को देखते हुए फाटक खोलना आवश्यक हो गया था। 
 
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तटवर्ती क्षेत्रों में सतर्कता

बाणसागर के फाटक खुलने से मध्य प्रदेश के रीवा,सीधी एवं सिंगरौली के साथ उत्तर प्रदेश के सोनभद्र,बिहार के कई जनपदों में सतर्कता की स्थिति  पैदा हो गयी है। बाणसागर द्वारा छोड़ा जा रहा पानी शुक्रवार को सोनभद्र सहित शुक्रवार देर रात तक बिहार में पहुँच जाएगा।    

अधिकारी बोले 

बाणसागर बाँध के अधीक्षण अभियंता आरपीएस कुंवर ने द पावर टाइम को बताया कि "बांध में पानी की आमद को देखते हुए तीन फाटक खोलकर लगभग 928 क्यूमेक्स पानी सोन नदी में छोड़ा जा रहा है। बताया कि पानी की आवक को देखते हुए फाटकों की संख्या घटाई या बढ़ाई जा सकती है।"  

 

 

 
 
 

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