भारत का सतत ऊर्जा भविष्य: 20% इथेनॉल मिश्रण लक्ष्य के बाद की योजना
नई दिल्ली- भारत ने स्थायी ऊर्जा समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली में आयोजित 7वें जी-एसटीआईसी सम्मेलन में ऊर्जा क्षेत्र में भारत की विकास यात्रा और भविष्य की योजना पर चर्चा की। श्री पुरी ने बताया कि भारत ने इथेनॉल मिश्रण के अपने लक्ष्य को 1.53% से बढ़ाकर 16% कर दिया है और 2025-2030 तक इसे 20% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य के बाद भारत एक सतत ऊर्जा भविष्य की दिशा में नई योजनाओं पर काम करेगा।
श्री पुरी ने इस बात पर जोर दिया कि ऊर्जा की वहनीयता, उपलब्धता और स्थिरता को संतुलित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेषकर लोकतांत्रिक देशों में। इसके अलावा, उन्होंने उज्ज्वला योजना की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सस्ती एलपीजी उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
श्री पुरी ने हाइड्रोजन ईंधन सेल प्रौद्योगिकी और जैव ईंधन के विकास में नवाचार की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने ग्रीन हाइड्रोजन को भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक गेम-चेंजर बताया और इस दिशा में और अधिक अनुसंधान और प्रगति की आवश्यकता को रेखांकित किया।