कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात 31 प्रतिशत बढ़कर 7408 मिलियन अमरीकी डॉलर हुआ
नई दिल्ली,6 अगस्त 2022-पिछले वर्ष की वृद्धि को जारी रखते हुए वर्तमान वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल-जून) के पहले तीन महीनों में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि की तुलना में 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआईएंडएस) द्वारा जारी अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, एपीडा उत्पादों का कुल निर्यात अप्रैल-जून 2022 में बढ़कर 7408 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी समान अवधि में 5663 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। अप्रैल-जून 2022-23 के लिए निर्यात लक्ष्य 5890 मिलियन अमरीकी डालर निर्धारित किया गया था।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) द्वारा की गई पहलों ने देश को वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल निर्यात लक्ष्य का 31 प्रतिशत हासिल करने में सहायता प्रदान की है।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के लिए वर्ष 2022-23 हेतु एपीडा द्वारा 23.56 बिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डीजीसीआईएंडएस के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, ताजे फल और सब्जियों में चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि प्रसंस्कृत फलों और सब्जियों में पिछले वर्ष के इसी महीनों की तुलना में 59.71 प्रतिशत (अप्रैल-जून 2022) की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
इसके अलावा, अनाज और विविध प्रसंस्कृत वस्तुओं जैसे प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों ने पिछले वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में 37.66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
अप्रैल-जून, 2021 में ताजे फल और सब्जियों का निर्यात 394 मिलियन अमरीकी डालर का था जो वर्तमान वित्त वर्ष के इसी महीनों में बढ़कर 409 मिलियन अमरीकी डालर हो गया। वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में प्रसंस्कृत एफएंडवी का निर्यात बढ़कर 490 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने में 307 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
वित्त वर्ष 2022-23 के पहले तीन महीनों में बासमती चावल के निर्यात में 25.54 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, क्योंकि इसका निर्यात 922 मिलियन अमरीकी डालर (अप्रैल-जून 2021) से बढ़कर 1157 मिलियन अमरीकी डॉलर (अप्रैल-जून 2022) हो गया, जबकि गैर-वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बासमती चावल में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वर्तमान वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में गैर-बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 1566 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने में 1491 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और अन्य अनाजों के निर्यात में 29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। एकमात्र डेयरी उत्पादों ने 67.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की क्योंकि इसका निर्यात वर्तमान वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में बढ़कर 191 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीनों में 114 मिलियन अमरीकी डॉलर था।
अन्य अनाजों का निर्यात अप्रैल-जून 2021 में 237 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2022 में 306 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया और पशुधन उत्पादों का निर्यात अप्रैल-जून 2021 में 1022 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2022 में 1120 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।
एपीडा के अध्यक्ष डॉ एम.अंगमुथु ने कहा हम देश से अद्वितीय उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि उत्पाद मूल्य श्रृंखला में विभिन्न हितधारकों को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करना जारी रखे हुए हैं।
डीजीसीआईएंडएस के आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 के दौरान देश के कृषि उत्पादों का निर्यात 19.92 प्रतिशत बढ़कर 50.21 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया। विकास दर महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2020-21 में प्राप्त 41.87 बिलियन अमरीकी डॉलर की 17.66 प्रतिशत की वृद्धि से अधिक है और इसे उच्च माल ढुलाई दरों और कंटेनर की कमी आदि के रूप में अभूतपूर्व लॉजिस्टिक चुनौतियों के बावजूद हासिल किया गया है।
एपीडा ने 2021-22 में 25.6 बिलियन अमरीकी डॉलर के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात करके एक नया इतिहास रचा था, जो भारत के कुल कृषि वस्तुओं के निर्यात का लगभग 51 प्रतिशत अर्थात 50 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक था।