वित्त वर्ष 2021-22 में यूपी में रिकार्ड विधुत आपूर्ति

वित्त वर्ष 2021-22 में यूपी में रिकार्ड विधुत आपूर्ति

 

लखनऊ-चालू वित्त वर्ष 2021-22 में पहली बार प्रदेश में 500 मिलियन यूनिट बिजली आपूर्ति करने का रिकार्ड बनाया गया।प्रदेश में विधुत उपभोक्ताओं में हो रही भारी वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष में बिजली की प्रतिबंधित मांग पहली बार 25000 मेगावाट पहुँच गयी। बीते 09 जुलाई 2021 को प्रतिबंधित मांग रिकार्ड 25117 मेगावाट दर्ज की गयी थी।रिकार्ड मांग के सापेक्ष बिजली उपलब्धता का भी नया रिकार्ड बनाकर प्रदेश की उपभोक्ताओं को राहत दिया गया। 30 जून 2021 को 24574 मेगावाट उपलब्धता बनाकर नया रिकार्ड बनाया गया था। इससे पहले 23867 मेगावाट का रिकार्ड था जो 16 सितंबर 2020 को बनाया गया था। बहरहाल इस वर्ष जुलाई में बिजली की भारी मांग पैदा होने के कारण उपलब्धता बढ़ानी पड़ी। बीते 16 जुलाई 2021 को 24795 मेगावाट बिजली की उपलब्धता बनाई गयी है,जो फिलहाल नया रिकार्ड है।

Related Posts

Latest News

ऊर्जा मंत्री के निजीकरण समर्थक बयान पर भड़की संघर्ष समिति ऊर्जा मंत्री के निजीकरण समर्थक बयान पर भड़की संघर्ष समिति
नयी दिल्ली - उत्तर प्रदेश के शीतकालीन सत्र में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा दिए गए बयान ने...
भारत में कोयला आयात में कमी
उप्र में बिजली के निजीकरण के विरोध में देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन
44000 करोड़ रुपए खर्च के बाद अचानक ऊर्जा निगमों को बेचने पर उठे सवाल
भारत बना अक्षय ऊर्जा की राजधानी: केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी
अरबों खरबों रुपए की परिसंपत्तियों को निजी घरानों को सौंपने की जल्दबाजी में भारी घपले की आशंका
निजीकरण के मामले ने योगी सरकार की विश्वसनीयता पर उठाये सवाल
"भारत का राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2024: हरित भविष्य की ओर"
"निजीकरण विरोधी दिवस" मनाकर देशभर के बिजलीकर्मियों ने दिखाई एकजुटता
आसान नहीं होगा आईएएस प्रबंधन के लिए बिजलीकर्मियों का विकल्प ढूँढना