वित्त वर्ष के पहले दिन ही बिजली की मांग का बना रिकॉर्ड
By संजय यादव
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लखनऊ - वित्त वर्ष 2022-23 के पहले दिन ही बिजली की प्रतिबंधित मांग का अप्रैल माह का रिकॉर्ड टूट गया है। बिजली की अधिकतम मांग पहले दिन ही 21 हजार मेगावाट पार कर गयी। प्रदेश के बड़े हिस्से में तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने के कारण मांग में तेजी से उछाल आयी है।एक अप्रैल को पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग 20612 मेगावाट दर्ज की गयी। इससे पहले कभी भी अप्रैल माह में अधिकतम मांग 20 हजार मेगावाट तक नहीं पहुंची थी। अप्रैल 2021 में अधिकतम प्रतिबंधित मांग का रिकॉर्ड 19837 मेगावाट था जो कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में दर्ज किया गया था। लेकिन इस वर्ष अप्रैल के पहले दिन ही पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। वित्त वर्ष के पहले दिन ही रिकॉर्ड 415.18 मिलियन यूनिट बिजली की उपलब्धता बनानी पड़ी। अप्रैल के पहले दिन ही मांग और उपलब्धता के बने रिकार्ड को देखते हुए आने वाले दिन यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के लिए मशक्क़तों भरे रह सकते हैं।
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