प्रधानमंत्री ने 1600 मेगावाट के सुपर थर्मल पॉवर स्टेशन स्टेज–वन को राष्ट्र को समर्पित किया
नई दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शनिवार को एनटीपीसी के लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन के प्रथम-चरण (2 x 800 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके अलावा एनटीपीसी के लारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के द्वितीय-चरण (2 x 800 मेगावाट) की आधारशिला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में रखी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन प्लांट्स से देशवासियों को कम लागत पर बिजली उपलब्ध हो पाएगी। हम छत्तीसगढ़ को सौर ऊर्जा का भी एक बहुत बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं। आज ही राजनांदगांव और भिलाई में बहुत बड़े सोलर प्लांट्स का लोकार्पण किया गया है। इसमें ऐसी व्यवस्था भी है, जिससे रात में भी आस-पास के लोगों को बिजली मिलती रहेगी। भारत सरकार का लक्ष्य सोलर पॉवर से देश के लोगों को बिजली देने के साथ ही उनका बिजली बिल जीरो करने का भी है।
15,800 करोड़ रुपये का निवेश
स्टेशन के स्टेज-I का निर्माण लगभग 15,800 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है। इस परियोजना के स्टेज-2 का निर्माण स्टेज-1 की उपलब्ध भूमि पर ही 15,530 करोड़ रुपए के निवेश से किया जाएगा। इस प्रकार, विस्तार के लिए किसी अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता नहीं होगी।
इस पिट-हेड पावर स्टेशन/परियोजना के लिए कोयले की आपूर्ति एनटीपीसी के तलाईपल्ली कोयला ब्लॉक से मैरी-गो-राउंड (एमजीआर) प्रणाली के माध्यम से की जाएगी, जिससे देश को कम लागत वाली बिजली की आपूर्ति 24 x 7 सुनिश्चित होगी।
अत्यधिक कुशल सुपर क्रिटिकल तकनीक (स्टेज-I के लिए) और अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक (स्टेज-II के लिए) से लैस, सभी इकाइयाँ अपेक्षाकृत कम कोयला खपत और कम कार्बन-डाइऑक्साइड उत्सर्जन सुनिश्चित करेंगी।
जबकि, स्टेज- I और II दोनों से 50% बिजली छत्तीसगढ़ राज्य को आवंटित की जाती है, यह परियोजना गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, दमन और दीव और दादर और नागर हवेली जैसे कई अन्य राज्यों में बिजली परिदृश्य के सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।