'ईज़ ऑफ लैंग्वेज इन मूवी वॉचिंग एक्सपीरियंस' पर वर्कशॉप आयोजित

'ईज़ ऑफ लैंग्वेज इन मूवी वॉचिंग एक्सपीरियंस' पर वर्कशॉप आयोजित

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) फिल्म महोत्सव में आज 'ईज़ ऑफ लैंग्वेज इन मूवी वॉचिंग एक्सपीरियंस' विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में सिनेडब्स नामक एक एप्लिकेशन का प्रदर्शन किया गया, जिसमें सिनेप्रेमियों को उनकी पसंद की भाषा में ऑडियो प्रदान करके उनके फिल्म देखने के अनुभव को बढ़ाने की क्षमता है। डब्सवर्क मोबाइल के सह-संस्थापक और एमडी आदित्य कश्यप ने इस सत्र का संचालन किया।

सिनेडब, सिनेमाघर में चल रही फिल्म की भाषा संबंधी बाधा को दूर करते हुए दर्शकों को क्षेत्रीय या विदेशी भाषाओं में फिल्मों का आनंद लेने में सक्षम बनाता है। इसका उपयोग दर्शक घर में भी फिल्मों और ओटीटी शोज़ का अपनी पसंद की भाषा में आनंद लेने के लिए कर सकते हैं। ये भाषा की बाधाओं को दूर करने में मदद करता है और परिवार व दोस्तों को एक साथ बैठने और अपनी पसंद की भाषा में फिल्में देखने में सक्षम बनाता है।

ये ऐप फिल्म या सीरीज में चल रहे मूल ऑडियो को रिकॉर्ड करता है ताकि उसके टाइमस्टैम्प को पहचान सके और फिर वो प्लेबैक के साथ पसंदीदा भाषा को सिंक करता है। आदित्य कश्यप ने इस वर्कशॉप में दर्शकों के सामने इस ऐप के काम करने के तरीके का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया।

 

आदित्य कश्यप ने कहा कि सिनेडब सिनेमाघरों में दर्शकों की संख्या बढ़ाकर फिल्मों को निर्माताओं के लिए लागत प्रभावी बनाने का काम करेगा। उन्होंने दर्शकों को बताया कि सिनेडब प्लेटफॉर्म पर आने वाली पहली फिल्म आर माधवन स्टारर 'रॉकेट्री' थी। उन्होंने टिप्पणी की कि इस ऐप के लिए उनकी प्रेरणा पेरिस में मिशन इम्पॉसिबल देखने का उनका अनुभव था। फ्रेंच थियेटर्स में अंग्रेजी भाषा की पूरी कमी ने उन्हें इस ऐप पर काम करने के लिए प्रेरित किया।

इस कंपनी का लक्ष्य अपने सदस्यता आधार को मोनेटाइज करना और राजस्व उत्पन्न करने के लिए विज्ञापन प्राप्त करना है। संस्थापक आदित्य कश्यप ने घोषणा की कि ये ऐप पहले 10 लाख ग्राहकों के लिए मुफ्त में उपलब्ध होगा।

 

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