यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 100 दिनों में मात्र 27 दिन ही मिली 18 घंटे बिजली

यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 100 दिनों में मात्र 27 दिन ही मिली 18 घंटे बिजली

नई दिल्ली,10 सितंबर 2022-चालू मानसून सत्र के दौरान देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में विधुत आपूर्ति चरमरा गयी है। बिजली की मांग में भारी वृद्धि का सबसे बुरा असर यूपी के ग्रामीण अंचलों पर पड़ा है। स्थानीय गड़बड़ियों को छोड़कर शहरी क्षेत्रों खासकर महानगरों और जिला मुख्यालयों के लिए जारी शेड्यूल को पूरा करने में जहाँ यूपी सरकार ने काफी हद तक सफलता पायी है वहीँ ग्रामीण क्षेत्रों को तय शेड्यूल 18 घंटे बिजली आपूर्ति पिछले कई माह से चुनौती बनी हुयी है। हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 100 दिनों में मात्र 27 दिन ही यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली दी गयी है। 
 
कई महीनों से हालत खराब  
 
यूपी में गर्मियों के शुरुआती महीने अप्रैल और मई के बाद मानसून सत्र के दौरान भी ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की हालत नाजुक बनी हुयी है।यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अनुसार बीते जून माह में केवल पांच दिन ही 18 घंटे विद्युत आपूर्ति की गयी है। इसके अलावा जुलाई में 12 और अगस्त में मात्र 10 दिन ही 18 घंटे बिजली दी गयी है। 
 
सितंबर में हालत और खराब 
 
चालू सितंबर माह में ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की हालत और खराब हो गयी है।चालू माह के एक सितंबर से नौ सितंबर के बीच अभी तक एक भी दिन ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली नहीं दी गयी है। बीते एक सितंबर को औसतन 16.33 घंटे,दो को 15.41 घंटे,तीन को 16.54 घंटे,चार को 17.36 घंटे,पांच को 14.57 घंटे,छह को 15.28 घंटे,सात को 15.54 घंटे,आठ को 14.44 घंटे तथा नौ सितंबर को 14.29 घंटे विद्युत आपूर्ति की गयी है।    
 
 

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