दिल्ली एनसीआर में एक करोड़ पौधे लगाये गये
नई दिल्ली-हरित क्षेत्र बढ़ाने और बड़े पैमाने पर पौधारोपण करने के जरिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण को कम करने के निरंतर प्रयासों के क्रम में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम), हरियाणा, उत्तरप्रदेश व राजस्थान और एनसीटी दिल्ली के एनसीआर जिलों में पौधारोपण की प्रगति की समीक्षा करता रहा है। पौधारोपण के 3,34,56,541 के संशोधित लक्ष्य के आधार पर हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और एनसीटी दिल्ली के एनसीआर वाले जिलों ने 20 जुलाई तक 01,81,90,447 पौधों का रोपण करके इस लक्ष्य का 54 प्रतिशत से अधिक हासिल कर लिया है।
वर्ष 2022-23 के लिये योजना के तहत पौधारोपण के लक्ष्य को बढ़ाने का अधिकार दिया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए पिछले वर्ष हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और जीएनसीटीडी ने वर्ष 2022-23 के लिये पौधारोपण लक्ष्य बढ़ाकर निर्धारित किया था। एनसीटी दिल्ली ने 20 जुलाई, 2022 तक 35,06,900 पौधारोपण लक्ष्य के आधार पर 8,38,416 पौधों का रोपण किया; उत्तरप्रदेश के एनसीआर जिलों ने 1,87,39,565 के लक्ष्य के आधार पर 1,52,36,379 पौधे लगाये; हरियाणा (एनसीआर) ने 1,01,56,447 के लक्ष्य के आधार पर 17,06,152 पौधे लगाये; और राजस्थान के दो एनसीआर जिलों में 10,53,629 के लक्ष्य के आधार पर 4,09,500 पौधों का रोपण किया। इस हिसाब से देखा जाये तो संशोधित लक्ष्य की तुलना में 20 जुलाई तक एनसीआर हरियाणा, एनसीआर उत्तरप्रदेश, एनसीआर राजस्थान और एनसीटी दिल्ली का उपलब्धि प्रतिशत क्रमशः 16.7 प्रतिशत, 81.3 प्रतिशत, 38.8 प्रतिशत और 23.9 प्रतिशत रहा।
एनसीआर राज्य हरियाणा और राजस्थान तथा जीएनसीटीडी को अपने प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है। इन राज्यों को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपने-अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए पौधारोपण की गति बढ़ायें तथा अगस्त की शुरुआत में, 31 जुलाई, 2022 तक की प्रगति-स्थिति अपडेट करें। आयोग ने विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों सहित विभिन्न प्रमुख हितधारकों को जोड़ने की पहल की है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पौधारोपण अभियान को आगे बढ़ाया जा सके।
आयोग अगस्त में एक बार फिर एनसीआर राज्यों और एनसीटीडी के साथ पौधारोपण की प्रगति की समीक्षा करेगा।