सचिन खिलाड़ी ने शॉट पुट में रचा इतिहास

पेरिस पैरालंपिक में जीता रजत पदक

सचिन खिलाड़ी ने शॉट पुट में रचा इतिहास

नई दिल्ली, 4 सितंबर 2024: भारतीय पैरा एथलीट सचिन सरजेराव ने पेरिस में आयोजित 2024 पैरालंपिक खेलों में पुरुषों के शॉट पुट F46 इवेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता है। 23 अक्टूबर 1989 को जन्मे सचिन ने अपने शानदार प्रदर्शन से पैरा एथलेटिक्स में भारत का नाम रोशन किया है। 

मुख्य उपलब्धियाँ:
  • विश्व चैम्पियनशिप (2024): काबे, जापान में आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्होंने 16.30 मीटर का शॉट पुट कर स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • विश्व चैम्पियनशिप (2023): पेरिस, फ्रांस में आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्होंने 16.21 मीटर का शॉट पुट कर स्वर्ण पदक जीता।
  • एशियाई पैरा खेल (2022): हांग्जो, चीन में आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्होंने 16.03 मीटर का शॉट पुट कर स्वर्ण पदक जीता।
जीवन परिचय और प्रेरणा:

सचिन सरजेराव का जन्म भारत में हुआ और उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने 18 वर्ष की उम्र में कॉलेज के समय शॉट पुट खेल की शुरुआत की। उनके शिक्षक उत्तम घेरडे ने उन्हें इस खेल के लिए प्रेरित किया। सचिन का उपनाम "बापू" है, जो उन्हें उनके दोस्तों द्वारा एक प्रसिद्ध बॉलीवुड गाने से दिया गया है।

सचिन के कोच, अरविंद चव्हाण, उनके सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं। वह छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना हीरो मानते हैं और उनके आदर्शों से प्रेरित होते हैं।

खेल और प्रशिक्षण:

सचिन अपने प्रशिक्षण पर कड़ी मेहनत करते हैं और हर सप्ताह 30 घंटे से अधिक समय अभ्यास में बिताते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बार कोहनी, घुटने और पीठ में चोटों का सामना किया, लेकिन इसके बावजूद वे खेल के प्रति समर्पित रहे।

अन्य जानकारी:

सचिन को खेती करना और संगीत सुनना बहुत पसंद है। उनके जीवन का सबसे यादगार पल पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में भाग लेना है। वह अपने भविष्य के लिए बड़े सपने देखते हैं और 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखते हैं। इसके साथ ही, उनका उद्देश्य भविष्य में एक कोच बनने का भी है।

सचिन सरजेराव भारतीय खेल जगत में एक महान प्रेरणा हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, संघर्ष और समर्पण से न केवल पदक जीते बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी बने।

स्रोत-olympics.com

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