मारीयप्पन, शरद और कुमार शैलेश की निगाहें स्वर्ण पर

ऊँची कूद में भारत के लिए बड़ा दिन

मारीयप्पन, शरद और कुमार शैलेश की निगाहें स्वर्ण पर

नई दिल्ली- पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की हाई जंप T63 स्पर्धा में तीन भारतीय खिलाडियों ने जगह बना कर पहले ही देश के लिए बड़ी संभावनाएं पैदा कर दी थी। अब मंगलवार को इन खिलाडियों पर इतिहास रचने का दारोमदार हो गया है।इस महत्वपूर्ण फाइनल में भारत के अनुभवी पैरा एथलीट शरद कुमार ,थंगावेलु मारीयप्पन और कुमार शैलेश शिरकत करेंगे। 

32 वर्षीय शरद ने पहले भी पैरालंपिक और विश्व चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे वह भारतीय दल के प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं। इसी स्पर्धा में विश्व विजेता और पूर्व पैरालंपिक विजेता थंगावेलु मारीयप्पन पर सबकी निगाहें होंगी। वे इस स्पर्धा के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी हैं। इसके अलावा भारत के उभरते पैरालंपिक एथलीट कुमार शैलेश भी  बड़ी चुनौती पेश करेंगे।  

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थंगावेलु मारीयप्पन

हाई जंप - T63 फाइनल में 3 सितंबर को अपनी चुनौती पेश करेंगे। इस दिन, स्टेड डी फ्रांस में होने वाले इस इवेंट में मारीयप्पन अपने शानदार प्रदर्शन से स्वर्ण पदक की उम्मीद कर रहे हैं।

उपलब्धियां

पैरालंपिक खेल:

स्वर्ण पदक (मेनस हाई जंप T42) - 2016, रियो डी जनेरियो, BRA (1.89 मीटर)
रजत पदक (हाई जंप - T63) - 2020, टोक्यो, JPN (1.86 मीटर)

वर्ल्ड चैंपियनशिप्स:

स्वर्ण पदक (हाई जंप - T63) - 2024, कोबे, JPN (1.88 मीटर)
कांस्य पदक (हाई जंप - T63) - 2019, दुबई, UAE (1.80 मीटर)
चौथा स्थान (हाई जंप - T63) - 2023, पेरिस, FRA (1.80 मीटर)

एशियन पैरा गेम्स:

रजत पदक (हाई जंप - T63) - 2022, हांग्जो, CHN (1.80 मीटर)

प्रोफेशनल जीवन और पुरस्कार:

मारीयप्पन को 2020 में भारत सरकार द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, और 2017 में पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे 2018 एशियन पैरा गेम्स के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक भी रहे हैं।

शैक्षिक पृष्ठभूमि और प्रेरणा:

मारीयप्पन ने AVS कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, भारत से व्यवसाय प्रशासन की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने स्कूल में अपनी भौतिक शिक्षा शिक्षक की प्रेरणा से एथलेटिक्स में कदम रखा।

लक्ष्य और दर्शन:

उनका लक्ष्य 2024 पेरिस पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है। उनका जीवन दर्शन है, "कोशिश करते रहो, अंततः सफलता मिलेगी।"

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शरद कुमार 

भारत के अनुभवी पैरा एथलीट शरद कुमार 3 सितंबर को पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की हाई जंप T63 स्पर्धा में भाग लेंगे। पटना में जन्मे और दिल्ली में निवास करने वाले शरद कुमार से भारत को पदक की बड़ी उम्मीदें हैं। 32 वर्षीय शरद ने पहले भी पैरालंपिक और विश्व चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे वह भारतीय दल के प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं।

उपलब्धियाँ:

टोक्यो 2020: शरद ने हाई जंप T63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, जहाँ उन्होंने 1.83 मीटर की ऊँचाई पार की थी।
रियो 2016: पुरुषों की हाई जंप T42 स्पर्धा में उन्होंने छठा स्थान हासिल किया, जिसमें उन्होंने 1.77 मीटर की छलांग लगाई थी।विश्व चैंपियनशिप 2019 (दुबई): शरद ने हाई जंप T63 में रजत पदक जीता था, जहाँ उन्होंने 1.83 मीटर की छलांग लगाई।एशियाई पैरा खेल 2014 (इंचियोन): शरद ने T42/44/47 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था, जिसे वह अपने करियर की सबसे यादगार जीत मानते हैं।

पुरस्कार और सम्मान:
शरद कुमार को 2021 में उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

प्रशिक्षण और तैयारी:
शरद हर सप्ताह 30 घंटे की कड़ी ट्रेनिंग करते हैं। उनके कोच यूक्रेन के निकितिन येव्हेन हैं, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार कर रहे हैं।

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व्यक्तिगत जीवन और प्रेरणा:
शरद के बड़े भाई ने उन्हें हाई जंप में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया था। शरद ने अपने भाई के स्कूल रिकॉर्ड को तोड़कर आत्मविश्वास हासिल किया और खेल को गंभीरता से लिया। वह स्विस टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को अपना आदर्श मानते हैं और कहते हैं, "एक बार जो लड़ाकू होता है, वह हमेशा विजेता होता है।"

संभावना:
3 सितंबर को रात 11:50 बजे (पेरिस समयानुसार), शरद कुमार पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की हाई जंप T63 फाइनल में उतरेंगे। पूरे देश की नजरें उन पर होंगी, और उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही है।

 

कुमार शैलेश

भारत के उभरते पैरालंपिक एथलीट कुमार शैलेश 8 अगस्त 2000 को जन्मे हैं और वर्तमान में ट42 स्पोर्ट क्लास में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उनकी अगली बड़ी चुनौती 3 सितंबर 2024 को पेरिस में होने वाली पैरालंपिक खेलों के हाई जंप - T63 फाइनल में होगी।

उपलब्धियाँ:

विश्व चैंपियनशिप 2023: हाई जंप - T63 में रजत पदक (1.83 मीटर)
एशियन पैरा गेम्स 2022: हाई जंप - T63 में स्वर्ण पदक (1.82 मीटर), लंबी कूद - T63 में चौथा स्थान (5.54 मीटर)

अन्य जानकारियाँ:

पसंदीदा शौक: यात्रा, शॉपिंग, डांसिंग, संगीत सुनना, क्रिकेट
महत्वाकांक्षा: 2024 पेरिस पैरालंपिक खेलों में पदक जीतना
स्मरणीय पल: 2022 एशियन पैरा गेम्स में हाई जंप - T63 में स्वर्ण पदक
शिक्षा: मगध विश्वविद्यालय, भारत
कोच: विनोद चौहान (व्यक्तिगत)
संसाधन: राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, गांधी नगर, भारत

कोच और प्रभाव:
कुमार शैलेश की प्रेरणा उनके परिवार, विशेषकर उनके बड़े भाई और खेल प्राधिकरण भारत (SAI) के कोचों से मिली है।

कुमार शैलेश की 2024 पेरिस पैरालंपिक में संभावनाएं उच्च हैं, और वे अपने शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। उनके वर्तमान फॉर्म और पूर्व उपलब्धियों को देखते हुए, उनकी ओर से एक मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

स्रोत-olympics.com

फोटो क्रेडिट-फेसबुक, x.COM

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