एसजेवीएन की 90 मेगावाट की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना चालू हुई

एसजेवीएन की 90 मेगावाट की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना चालू हुई

खंडवा, मध्य प्रदेश, 9 अगस्त 2024: एसजेवीएन ने अपनी 90 मेगावाट की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। यह परियोजना एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी (एसजीईएल) द्वारा क्रियान्वित की गई है और मध्य प्रदेश के खंडवा में स्थित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में स्थित है।

परियोजना की प्रमुख विशेषताएँ
  • क्षमता: 90 मेगावाट
  • लागत: 646.20 करोड़ रुपये
  • स्थल: ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क, खंडवा, मध्य प्रदेश
  • उत्पादन क्षमता: पहले वर्ष में 196.5 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पन्न होने की उम्मीद, और 25 वर्षों में संचयी रूप से 4629.3 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पन्न होने का अनुमान
अन्य जानकारी

इस परियोजना के साथ, एसजेवीएन की कुल स्थापित क्षमता बढ़कर 2,466.50 मेगावाट हो गई है। एसजीईएल ने रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर (आरयूएमएसएल) और एमपीपीएमसीएल के साथ 25 वर्षों के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) भी निष्पादित किया है।

ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना मध्य और उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं में से एक है, और यह एसजेवीएन के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परियोजना की सफलता से न केवल क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा में योगदान होगा, बल्कि यह स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा स्रोतों की ओर एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा।

Latest News

निजीकरण हेतु जारी किए गए आरएफपी डॉक्यूमेंट से बड़े घोटाले की आशंका निजीकरण हेतु जारी किए गए आरएफपी डॉक्यूमेंट से बड़े घोटाले की आशंका
नयी दिल्ली - उत्तर प्रदेश के दो विधुत वितरण निगमों के निजीकरण की चल रही प्रक्रिया में शंकाओं के बादल...
तीसरे पक्ष की संस्थाएँ उपभोक्ताओं की छतों पर सौर संयंत्र स्थापित करेंगी
कुल नवीकरणीय ऊर्जा की स्थापित क्षमता 209.44 गीगावाट तक पहुंची
निजीकरण के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति का टेंडर प्रकाशित, विरोध शुरू
ट्रांजैक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने के समाचार से बिजली कर्मियों में बढ़ी नाराजगी
एक बार ऊर्जा निगमों को निजी घरानों को सौंप दिया गया तो पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था का होगा निजीकरण
इरेडा ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में दर्ज की उल्लेखनीय वृद्धि
इरेडा ने समझौता ज्ञापन निष्पादन में लगातार चौथे वर्ष 'उत्कृष्ट' रेटिंग प्राप्त की
एनर्जी टास्क फोर्स की होने वाली बैठक से पहले सीएम योगी की ओर निगाहें
लिथियम के आयात पर निर्भर देशों की ऊर्जा सुरक्षा हो सकती है कमजोर