सुबनसिरी लोअर हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना के निर्माण की प्रगति और सुरक्षा पहलुओं की समीक्षा
नई दिल्ली-केंद्रीय विद्युत तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने में एक बैठक में एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा अरुणाचल प्रदेश/असम में क्रियान्वित की जा रही सुबनसिरी लोअर जल विद्युत परियोजना (2000 मेगावाट) की समीक्षा की।
विद्युत मंत्री ने निर्माण प्रगति परियोजना से जुड़े सुरक्षा पहलुओं तथा आगामी मानसून को देखते हुए की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की। परियोजना के प्रमुख ने आगामी मानसून महीनों को देखते हुए निर्धारित तकनीकी मानकों के अनुसार सुरक्षा विषयों, इसकी तैयारियों के विवरण के साथ विभिन्न कार्य पैकेजों में हुई प्रगति की स्थिति की जानकारी दी। परियोजना ने बांध कंक्रीटिंग में महत्वपूर्ण प्रगति प्राप्त की है। (14 ब्लॉकों ने 210 मीटर का शीर्ष स्तर हासिल किया और शेष दो ब्लॉक जून, 2023 तक पूरे कर लिए जाएंगे), पिछले 6 महीनों के दौरान 2.5 लाख क्यूबिक मीटर से अधिक कंक्रीट डालने के साथ बांध की ऊंचाई 37 मीटर बढ़ाई गई है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसके अतिरिक्त पावर हाउस की रिवर फेसिंग दीवार को 116 मीटर की सुरक्षित ऊंचाई तक बढ़ाया गया है और सभी इकाइयों के लिए टेल रेस चैनल को पूरा कर लिया गया है। वाटर कंडक्टर सिस्टम अब लगभग तैयार है।
केंद्रीय मंत्री ने समीक्षा के बाद कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और एनएचपीसी को सभी आवश्यक सुरक्षा सावधानियों के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया। एनएचपीसी के सीएमडी ने आश्वासन दिया कि कंपनी आगामी दिसंबर या जनवरी, 2024 में 250 मेगावाट क्षमता की पहली इकाई को चालू करने के लिए प्रयास कर रही है।
बैठक में विद्युत सचिव, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण और एनएचपीसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।