यूपी में बिजलीकर्मियों की हड़ताल के बढ़े आसार,निकला मशाल जुलूस

ऊर्जा मंत्री के साथ हुई वार्ता विफल

यूपी में बिजलीकर्मियों की हड़ताल के बढ़े आसार,निकला मशाल जुलूस

लखनऊ/अनपरा/ओबरा,14 मार्च 2023-उत्तर प्रदेश में 16 मार्च की रात से बिजलीकर्मियों की हड़ताल की संभावना और प्रबल हो गयी है।प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उ प्र के बीच मंगलवार को हुई वार्ता बेनतीजा रही।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बिजलीकर्मियों ने लखनऊ एवं उत्पादन परियोजनाओं सहित पूरे प्रदेश में जोरदार मशाल जुलूस निकाला। अगर सरकार और बिजलीकर्मियों के बीच सहमति नहीं बनी तो प्रदेश की जनता को विधुत संकट से जूझना पड़ सकता है। उधर शासन प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। ख़ुफ़िया विभाग की सक्रियता भी दिखने लगी है।हालांकि विद्युतकर्मियों का आक्रोश भी काफी बढ़ा हुआ दिख रहा है।जिसके कारण कानून व्यवस्था की समस्या भी पैदा हो सकती है।    

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मंगलवार को वार्ता के दौरान संघर्ष समिति ने विगत 03 दिसम्बर को ऊर्जा मंत्री के साथ हुए लिखित समझौते का क्रियान्वयन नहीं होने पर कर्मचारियों के बीच व्याप्त निराशा और आक्रोश से ऊर्जा मंत्री को अवगत कराया। समझौते के क्रियान्वयन हेतु कुछ भी कार्यवाही न होने से संघर्ष समिति ने आन्दोलन के ध्यानाकर्षण कार्यक्रम यथावत जारी रखने का ऐलान किया। वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव(ऊर्जा) महेश गुप्ता और ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम. देवराज उपस्थित थे।
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अनपरा


मशाल जुलूस निकालने के पूर्व बिजलीकर्मियों ने सभा कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुनः अपील की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप करें जिससे समझौते का क्रियान्वयन हो सके एवं अनावश्यक टकराव टाला जा सके।संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि ध्यानाकर्षण आन्दोलन के अगले चरण में 15 मार्च प्रातः 10 बजे से कार्य बहिष्कार आन्दोलन प्रारम्भ होगा और 16 मार्च की रात्रि 10 बजे से 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल होगी जिससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन का होगा।हालांकि संघर्ष समिति  संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि शीतलाष्टमी के पर्व को देखते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने लखनऊ में 15 मार्च को बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से  चलती रहे, इस दृष्टि से लखनऊ में 15 मार्च को कार्य बहिष्कार न करने का निर्णय लिया है और तदनुसार लखनऊ के बिजली कर्मियों को निर्देश दे दिए गए हैं।

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ओबरा
 
राजधानी लखनऊ में मशाल जुलूस सभा को राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जी.वी. पटेल, गिरीश पाण्डेय, सदरूद्दीन राना, राजेन्द्र घिल्डियाल, सुहेल आबिद, महेन्द्र राय, चन्द्रभूषण उपाध्याय, विनय कुमार, पी के दीक्षित, मो. वसीम, छोटेलाल दीक्षित, योगेन्द्र कुमार, राम चरण सिंह, ए.के. श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, माया शंकर तिवारी, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रत्न दीक्षित, पी.एस. बाजपेई, जी.पी. सिंह, रफीक अहमद, मो. इलियास, आर.के. सिंह, देवेन्द्र पाण्डेय पदाधिकारियों ने सम्बोधन किया।

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ओबरा-अनपरा में दिखा उत्साह 
उत्पादन निगम की सबसे पुरानी ओबरा और सबसे बड़ी अनपरा परियोजना में मशाल जुलूस के दौरान काफी उत्साह देखने को मिला।ओबरा में लगभग आधा किलोमीटर लम्बे जुलूस को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ा रहा। दोनों परियोजना नगरों में कई किलोमीटर लम्बी जुलूस यात्रा के दौरान जमकर प्रबंधन और सरकार विरोधी नारे लगे। 

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अनपरा में जुलूस और सभा में अदालत वर्मा,अभिषेक बरनवाल,ऋषिकांत त्रिपाठी,रविकांत,  सचिन राज,अनूप वर्मा,राजकुमार,एसपी यादव, सत्यम यादव,मनोज सिंह,अभिषेक सिंह,आरएन तिवारी,शारदा प्रसाद,विशम्भर सिंह,रविन्द्र जायसवाल, रामकिशुन,विवेक सिंह,श्याम बिहारी सिंह,राजीव यादव,शुशील कुमार श्रीवास्तव,शैलेंद्र सिंह,जितेंद्र खरवार,सुनील यादव विशाल जायसवाल, कालिका प्रसाद,विष्णुदेव झा,दिनेश द्विवेदी, राजकुमार सिंह,सुमन झा,अंगद तिवारी,देवेंद्र कुमार,पंकज कुमार, उमेश पांडेय, शैलेश यादव,शरद सिंह, उमेश मिश्रा,अभिषेक त्रिपाठी,सचिन कन्नौजिया,ज्ञानेंद्र पटेल,धर्मेंद्र सिंह यादव,श्वेता गुप्ता,मनोज यादव समेत भारी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी व संविदाकर्मी मुख्यतया उपस्थित थे।   

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ओबरा
 
 
ओबरा में जुलूस यात्रा में अधीक्षण अभियंता इ.एके राय,अजय सिंह,हरदेव नारायण तिवारी,शशिकांत श्रीवास्तव,इ.आरजी सिंह,इ.अंकित प्रकाश,धुरंधर शर्मा,अभय कुमार सिंह,अधिशासी अभियंता इ.सदानंद यादव,कामरेड लालचंद,योगेंद्र कुमार,प्रभात पांडेय,सतीश कुमार,मनोज सिंह,प्रदीप कनौजिया,विजय कुमार,रोहित बिन्द,गोपाल गिरी,इंद्रजीत सिंह,पुष्पेंद्र मिश्रा सहित भारी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।   
 

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