कच्चे तेल के उत्पादन में हुयी कमी
जुलाई 2022 के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन 2453.19 टीएमटी रहा, जो महीने के लक्ष्य से 5.57% कम और जुलाई 2021 के उत्पादन से 3.76 % कम है। अप्रैल-जुलाई, 2022 के दौरान संचयी कच्चे तेल का उत्पादन 9912.42 टीएमटी रहा, जो लक्ष्य से 2.17% कम है और पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान उत्पादन की तुलना में क्रमशः 0.50 % अधिक है।
कमी के कारण
जुलाई 2022 के दौरान नामांकन ब्लॉक में ओएनजीसी (तेल और प्राकृतिक गैस निगम) द्वारा किया गया कच्चे तेल का उत्पादन 1636.56 टीएमटी रहा, जो महीने के लक्ष्य से 3.36% कम और जुलाई 2021 के उत्पादन की तुलना में 1.70% कम है। ओएनजीसी द्वारा किया गया संचयी कच्चे तेल का उत्पादन अप्रैल-जुलाई, 2022 के दौरान 6606.19 टीएमटी रहा, जो इस अवधि के लक्ष्य से 1.12 प्रतिशत कम है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए उत्पादन की तुलना में 1.99 प्रतिशत अधिक है। उत्पादन में कमी के लिए अंकलेश्वर में गांधार से उत्पादन में स्वाभाविक गिरावट आना,असम में गेलेकी क्षेत्र में उच्च क्षमता वाले कुओं का बंद होना,डीएबी की समस्या के कारण कुओं को बंद करना,जोरहाट में पीईसी क्षेत्रों से कम योगदान एवं कावेरी में सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों के कारण ड्रिलिंग गतिविधियों पर प्रतिबंध होना मुख्य कारण है।
जुलाई 2022 के दौरान नामांकन ब्लॉक में ओआईएल (ऑयल इंडिया लिमिटेड) द्वारा किया गया कच्चे तेल का उत्पादन 263.70 टीएमटी रहा, जो महीने के लक्ष्य से 8.11% कम है, लेकिन जुलाई, 2021 के उत्पादन की तुलना में 4.12 प्रतिशत अधिक है। संचयी कच्चे तेल का उत्पादन अप्रैल-जुलाई 2022 के दौरान ओआईएल 1037.55 टीएमटी रहा, जो इस अवधि के लक्ष्य से 4.94 प्रतिशत कम है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान उत्पादन की तुलना में 4.21 प्रतिशत अधिक है। उत्पादन में कमी के लिए वर्कओवर कुओं से नियोजित योगदान से कम एवं मुख्य उत्पादन क्षेत्र (एमपीए) में अपराधिक गतिविधियों के कारण नुकसान होना मुख्य कारण है।
जुलाई 2022 के दौरान पीएससी/आरएससी शासन में प्राइवेट/संयुक्त उद्यम की कंपनियों द्वारा किया गया कच्चे तेल का उत्पादन 552.92 टीएमटी था, जो कि रिपोर्टिंग महीने के लक्ष्य से 10.45% कम और जुलाई 2021 के महीने के उत्पादन से 12.34% कम है। अप्रैल-जुलाई 2022 के दौरान प्राइवेट/संयुक्त उद्यम कंपनियों द्वारा किया गया कच्चे तेल का उत्पादन 2268.68 टीएमटी रहा, जो इस अवधि के लक्ष्य और पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए उत्पादन से क्रमशः 3.87% और 8.86% कम है।