6 एसी कपनियां 908 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी

9 एलईडी कपनियां 460 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी

6 एसी कपनियां 908 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी

नई दिल्ली-व्हाइट गुड्स में पीएलआई स्कीम के दूसरे चरण के तहत कुल 15 कंपनियों का चयन किया गया है। दूसरे चरण में प्राप्त 19 आवेदनों का मूल्यांकन करने के बाद 1,368 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के साथ 15 कंपनियां चुनी गईं हैं। इनमें 908 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के साथ एसी कंपोनेंट के विनिर्माण के लिए 6 कंपनियां और 460 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के साथ 9 एलईडी कपनियां शामिल हैं। ये 15 कंपनियां अगले पांच वर्षों के दौरान, कुल 25,583 करोड़ रुपये के बराबर उत्पादन करेंगी तथा लगभग 4,000 व्यक्तियों के लिए अतिरिक्त प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन करेंगी।

चार आवेदनों को जांच के लिए तथा इसकी अनुशंसाओं के लिए विशेषज्ञों की समिति (सीओई) को संदर्भित किया जा रहा है। आवेदकों के विवरण परिशिष्ट पर रख दिए गए हैं।

आज नई दिल्ली में, एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीपीआईआईटी के अपर सचिव श्री अनिल अग्रवाल ने कहा कि व्हाइट गुड्स के लिए पीएलआई के परिणामस्वरूप, घरेलू मूल्यवर्धन के वर्तमान 15-20 प्रतिशत से 75-80 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों, मानकों तथा लेबलों सहित पीएलआई स्कीम और अन्य नियामकीय उपायों ने एसी तथा एलईडी में मेक इन इंडिया तथा आत्मनिर्भर भारत को अत्याधिक बढ़ावा दिया है।

आवेदनों के प्रथम दौर में, 52 कंपनियों ने अपने आवेदन दायर किए थे और 5,264 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के साथ 46 आवेदकों का चयन किया गया था।

कुल मिला कर, दोनों दौरों में अनुमोदित 61 आवेदकों द्वारा लगभग 6,632 करोड़ रुपये के बराबर का एसी तथा एलईडी लाइट उद्योग के कंपोनेंट विनिर्माण इकोसिस्टम में निवेश लाने तथा लगभग 46,368 प्रत्यक्ष रोजगार अवसरों को सृजित किए जाने की उम्मीद है। इस स्कीम से अगले पांच वर्षों के दौरान लगभग 1,22,671 करोड़ रुपये के बराबर एसी तथा एलईडी लाइट के कंपोनेंट का कुल उत्पादन होने की उम्मीद है।

एयरकंडीशनरों के लिए, कंपनियां अन्य कंपोनेंट के अतिरिक्त कॉपर ट्यूबिंग, कंप्रेसरों, आईडीयू या ओडीयू के लिए कंट्रोल एसेम्बली, हीट एक्सचेंजर्स तथा बीएलडीसी मोटर का विनिर्माण करेंगी। इसी प्रकार, एलईडी लाइट के लिए, एलईडी चिप पैकेजिंग, एलईडी ड्राइवर्स, एलईडी इंजन, एलईडी लाइट मैनेजमेंट सिस्टम तथा कैपेसिटर्स आदि के लिए मेटालाइज्ड फिल्म आदि का भारत में विनिर्माण किया जाएगा।

व्हाइट गुड्स में पीएलआई स्कीम का डिजाइन भारत में एयर कंडीशनर तथा एलईडी लाइट उद्योग के लिए संपूर्ण कंपोनेट परितंत्र का निर्माण करने तथा भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक अभिन्न अंग बनाने के लिए बनाई गई है। यह स्कीम आधार वर्ष तथा एक वर्ष की गेस्टेशन अवधि के बाद पांच वर्षों की अवधि के लिए वृद्धिशील बिक्री पर घटते हुए आधार पर 6 प्रतिशत से 4 प्रतिशत का प्रोत्साहन प्रदान करती है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 7 अप्रैल, 2021 को व्हाइट गुड्स (एयर कंडीशनर एवं एलईडी लाइट्स) के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई स्कीम) को मंजूरी दी थी जिसे 6,238 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ वित्त वर्ष 2021-22 से वित्त वर्ष 2028-29 तक कार्यान्वित किया जाना था।

Related Posts

Latest News

वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
नई दिल्ली - ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने बजट 2025 पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि वितरण उपयोगिताओं...
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ
मंत्री समूह गठन के बाद उप्र में बिजली के निजीकरण का निर्णय लिया जाय वापस
प्रयागराज में दो फरवरी तक कोई आंदोलन नहीं होगा
महाकुंभ 2025: प्रयागराज में बिजली कर्मियों ने बनाया नया इतिहास!
खुर्जा सुपर ताप विद्युत संयंत्र की पहली इकाई का वाणिज्यिक संचालन शुरू
निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने शक्तिभवन घेरा
आईआरईडीए कार्यालय का दौरा कर एमएनआरई सचिव ने की समीक्षा
बिजली के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान
विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष का बयान अवांछनीय और भड़काने वाला