आईआरईडीए कार्यालय का दौरा कर एमएनआरई सचिव ने की समीक्षा
नई दिल्ली: केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की सचिव सुश्री निधि खरे ने आज भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) के पंजीकृत कार्यालय का दौरा किया। इस दौरे में आईआरईडीए के प्रदर्शन और इसके रणनीतिक रोडमैप की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक और उपलब्धियों पर चर्चा
आईआरईडीए के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रदीप कुमार दास ने सुश्री खरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने पिछले पांच वर्षों में आईआरईडीए की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कंपनी भारत सरकार के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
श्री दास ने बताया कि 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म आधारित बिजली उत्पादन के लक्ष्य में आईआरईडीए की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कंपनी की विकास योजनाओं, धन उगाहने की पहल, डिजिटलीकरण, और गुजरात के गिफ्ट सिटी में आईएफएससी (अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र) में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की स्थापना पर प्रकाश डाला।
प्रस्तुति में उभरती विशेषताएं
बैठक में आईआरईडीए की निम्नलिखित विशेषताओं पर चर्चा की गई:
- व्यापार करने में आसानी के सुधार।
- स्वचालन और डिजिटलीकरण के जरिए कार्यकुशलता में वृद्धि।
- उधारकर्ताओं के साथ नियमित संवाद के माध्यम से संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार।
श्री दास ने बताया कि आईआरईडीए ने कॉर्पोरेट प्रशासन के उच्चतम मानकों को स्थापित किया है। उल्लेखनीय है कि कंपनी ने मात्र 9 दिनों के भीतर अपनी तीसरी तिमाही के ऑडिटेड वित्तीय परिणाम प्रकाशित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
एमएनआरई सचिव की प्रतिक्रिया
सुश्री निधि खरे ने आईआरईडीए की प्रगति और उसके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इरेडा को हरसंभव समर्थन देगी ताकि देश के डीकार्बोनाइजेशन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में तेजी लाई जा सके।