धर्मबीर ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में क्लब थ्रो में स्वर्ण पदक जीता

प्रनव सूरमा ने जीता रजत

धर्मबीर ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में क्लब थ्रो में स्वर्ण पदक जीता

नई दिल्ली- पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय पैरा एथलीट धर्मबीर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष क्लब थ्रो F51 इवेंट में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने 34.92 मीटर की थ्रो के साथ एशियाई रिकॉर्ड (AR) भी स्थापित किया। धर्मबीर ने अपने साथी भारतीय एथलीट प्रनव सूरमा (34.59 मीटर) को मात दी, जिन्होंने रजत पदक जीता। वहीं, सर्बिया के ज़ेल्जको डिमिट्रीजेविक (34.18 मीटर) ने कांस्य पदक हासिल किया।

धर्मबीर की यह ऐतिहासिक जीत भारतीय पैरा एथलेटिक्स के लिए गर्व का क्षण है। इससे पहले भी धर्मबीर ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। उनका अगला लक्ष्य आगामी एशियाई खेलों में इसी प्रदर्शन को दोहराना है।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पेरिस पैरालिंपिक में पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीतने पर एथलीट धर्मबीर को बधाई दी।

श्री मोदी ने एक्‍स पर जारी एक पोस्ट कहा:

'असाधारण एथलीट धरमबीर ने पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में भारत के लिए पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है! उनके अदम्य उत्साह के कारण यह अतुल्‍य उपलब्धि हासिल हुई है। भारत इस उपलब्धि से बहुत खुश है। #चीयर4भारत'

धर्मबीर

धर्मबीर का पैरा एथलेटिक्स करियर 2014 में शुरू हुआ था, जब भारतीय पैरा एथलीट अमित कुमार सरोहा के मार्गदर्शन में उन्होंने डिस्कस थ्रो की शुरुआत की। धर्मबीर ने 2022 एशियाई पैरा खेलों में भी रजत पदक जीता था और 2022 में उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा भीम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

धर्मबीर का लक्ष्य पेरिस पैरालंपिक 2024 में स्वर्ण पदक जीतना था जिसे प्राप्त कर उन्होंने इतिहास रच दिया है।

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प्रनव सूरमा

भारतीय पैरा एथलीट प्रणव सूरमा ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष क्लब थ्रो F51 इवेंट में रजत पदक जीता। उन्होंने 34.59 मीटर की थ्रो की, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। धर्मबीर ने इस इवेंट में स्वर्ण पदक जीता, जबकि सर्बिया के ज़ेल्जको डिमिट्रीजेविक ने कांस्य पदक प्राप्त किया।

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प्रणव सूरमा इससे पहले भी एशियाई पैरा खेल 2022 में पुरुष क्लब थ्रो F51 इवेंट में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। उनकी यह उपलब्धि भारत के पैरा एथलेटिक्स के क्षेत्र में एक और गौरवशाली पल है।

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प्रणव सूरमा का फाइनल परिणाम:

  • स्थान: 2
  • थ्रो दूरी: 34.59 मीटर

प्रणव का सपना है कि वे भविष्य में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन के साथ भारत के लिए और भी पदक जीतें। उनकी खेल यात्रा 2018 में शुरू हुई, और उन्होंने अपने अनुशासन, मेहनत और समर्पण से इसे अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया।

प्रणव सूरमा की जीवनी और करियर:

  • जन्म तिथि: 4 अक्टूबर 1994
  • स्थान: फरीदाबाद, हरियाणा, भारत
  • पेशा: बैंक कर्मचारी और मोटिवेशनल स्पीकर
  • शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय से लेखा और वित्त में स्नातक

उनका कहना है, "कड़ी मेहनत, अनुशासन, और समर्पण के साथ कुछ भी हासिल किया जा सकता है।"

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स्रोत-olympics.com,PIB
फोटो क्रेडिट-फेसबुक, x.COM

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