SECI ने भारत में अक्षय ऊर्जा के विकास और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसकी संचयी उत्पादन क्षमता 69.25 गीगावॉट (GW) है और वार्षिक बिजली व्यापार मात्रा 42 बिलियन यूनिट से अधिक है। SECI को भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कार्यान्वयन एजेंसी (REIA) के रूप में जाना जाता है, जो देश के जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने और सतत विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में SECI ने 13,118.68 करोड़ रुपये का समेकित वार्षिक कारोबार दर्ज किया, जिसमें 20.85% की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा, कंपनी ने 510.92 करोड़ रुपये का कर-पश्चात लाभ (PAT) दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34.89% की वृद्धि है।
नवरत्न का दर्जा मिलने से SECI को वित्तीय और परिचालन मामलों में अधिक स्वायत्तता प्राप्त होगी, जिससे कंपनी को बेहतर चपलता, विस्तारित भौगोलिक उपस्थिति, और प्रौद्योगिकी पर अधिक फोकस के साथ अपने विकास पथ को तेज करने में मदद मिलेगी। यह निर्णय भारत के सतत ऊर्जा की ओर संक्रमण पर सरकार के फोकस को दर्शाता है।
SECI का नवरत्न दर्जा प्राप्त करना न केवल कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह भारत की ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम भी है।