पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारत की मुरुगेशन तुलसीमति का शानदार प्रदर्शन

पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारत की मुरुगेशन तुलसीमति का शानदार प्रदर्शन

भारत की मुरुगेशन तुलसीमति ने पेरिस 2024 पैरालिंपिक में अपने बेहतरीन खेल से देश का मान बढ़ाया। 22 वर्षीय तुलसीमति, जो भारत के लिए पैरा बैडमिंटन में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, ने विभिन्न इवेंट्स में हिस्सा लिया और अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:

मुरुगेशन तुलसीमति का जन्म 11 अप्रैल 2002 को हुआ था। उन्होंने तमिलनाडु वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, चेन्नई से पशु चिकित्सा विज्ञान में अपनी पढ़ाई की है। तुलसीमति ने अपने पिता की प्रेरणा से पाँच साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया। उनकी प्रेरणा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल हैं।

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पेरिस 2024 पैरालिंपिक में प्रदर्शन:

तुलसीमति ने पैरालिंपिक में महिलाओं की सिंगल्स SU5 और मिक्स्ड डबल्स SL3-SU5 इवेंट्स में भाग लिया। 29 अगस्त 2024 को उन्होंने इटली की डी मार्को रोसा एफोमो के खिलाफ महिला सिंगल्स SU5 ग्रुप प्ले स्टेज में शानदार जीत दर्ज की। इसी दिन उन्होंने मिक्स्ड डबल्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहाँ उन्होंने नितेश कुमार के साथ जोड़ी बनाई।

उपलब्धियाँ और सम्मान:

तुलसीमति ने 2022 में हांगझू, चीन में एशियन पैरा गेम्स में सिंगल्स SU5 इवेंट में स्वर्ण पदक और मिक्स्ड डबल्स SL3-SU5 इवेंट में कांस्य पदक जीता था। उन्हें 2024 में मुंबई, भारत में स्पोर्ट्सस्टार एसेस अवार्ड्स में 'पैरा स्पोर्ट्स में साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी' के रूप में नामित किया गया।

कोचिंग और ट्रेनिंग:

तुलसीमति वर्तमान में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी से प्रशिक्षण ले रही हैं। उनके कोच जे राजेंद्र कुमार, इरफान और गौरव खन्ना हैं। उन्होंने छोटी उम्र से ही बैडमिंटन में अपने कौशल को विकसित किया और अब वह भारत की प्रमुख पैरा एथलीट्स में से एक हैं।

भविष्य की योजनाएँ:

तुलसीमति का सपना 2024 पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है, और वह इस दिशा में कड़ी मेहनत कर रही हैं। उनके आत्मविश्वास और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है, और वह अपने देश के लिए और भी अधिक गौरव लाने की उम्मीद करती हैं।

इस शानदार प्रदर्शन के बाद मुरुगेशन तुलसीमति का नाम भारतीय पैरा बैडमिंटन के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। उनके प्रदर्शन ने यह साबित किया है कि भारत के युवा एथलीट्स में कितनी क्षमता है, और वह भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करेंगी।

स्रोत-https://olympics.com/

फोटो क्रेडिट-FACEBOOK

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