दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क है भारत में
भारत का थार रेगिस्तान दुनिया का 9वां सबसे बड़ा गर्म सब ट्रॉपिकल रेगिस्तान है। यह लगभग 2,00,000 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। कुछ वर्ष पहले तक थार रेगिस्तान की उपयोगिता ज्यादा नहीं थी। लेकिन इस स्थान पर सूर्य की ज्यादा दिनों तक पहुँचने वाली तेज रोशनी इस क्षेत्र सहित भारत के लिए बड़ी उम्मीद बनते दिख रही है।ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनिया में स्वच्छ ऊर्जा की बढ़ती मज़बूरी ने थार रेगिस्तान की उपयोगिता को सबसे ऊपर कर दिया है। उच्च सौर घटनाओं के साथ, औसत स्थानीय तापमान 46 डिग्री सेल्सियस और 48 डिग्री सेल्सियस के बीच बदलता रहता है। शुष्क, बंजर जलवायु और इस क्षेत्र में आने वाले लगातार रेत के तूफान सौर पैनलों से बिजली उत्पादन के लिए आदर्श माने जाते हैं। इसका नतीजा है कि पृथ्वी का सबसे बड़ा सोलर प्लांट वर्तमान में इसी रेगिस्तानी क्षेत्र में मौजूद है। आइये जानते है Bhadla Solar Park के बारे में।
स्थापना और विकास
स्थापना वर्ष: Bhadla Solar Park की स्थापना 2015 में शुरू हुई थी।
स्थान: यह पार्क राजस्थान के जोधपुर जिले के भड़ला गाँव में स्थित है।
क्षेत्रफल: लगभग 14,000 हेक्टेयर (140 वर्ग किमी) में फैला हुआ है।
विस्तार और क्षमता
कुल क्षमता: इस सोलर पार्क की कुल क्षमता लगभग 2245 मेगावाट (MW) है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट बनाती है।
फेज़: पार्क को विभिन्न फेज़ में विकसित किया गया है:
फेज़ 1: 2015 में शुरू हुआ, जिसमें 1000 मेगावाट की क्षमता है।
फेज़ 2: 2016 में शुरू हुआ, जिसमें 500 मेगावाट की क्षमता जोड़ी गई।
फेज़ 3: 2017 में शुरू हुआ, जिसमें 745 मेगावाट की क्षमता जोड़ी गई।
तकनीकी विशेषताएँ
प्रौद्योगिकी: सोलर पार्क में सीरियस हॉल्डिंग्स, मॉड्यूल्स, और इन्वर्टर्स की उन्नत तकनीक का उपयोग किया गया है। इसका उद्देश्य उच्च ऊर्जा उत्पादन और दक्षता है।
ऊर्जा उत्पादन: सोलर पार्क से उत्पन्न ऊर्जा को भारतीय ग्रिड में जोड़ा जाता है, जिससे देश की ऊर्जा मांग को पूरा किया जा सके।
पर्यावरण और प्रभाव
पर्यावरणीय प्रभाव: इस सोलर पार्क के माध्यम से हर साल 3.6 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन की कमी होती है।
स्थानीय लाभ: यह परियोजना स्थानीय लोगों को रोजगार और विकास के अवसर प्रदान करती है, साथ ही बिजली की आपूर्ति को स्थिर बनाती है।
फोटो स्रोत-गूगल