सोनभद्र में मिले ग्लौकोनाइट के नीलामी की प्रक्रिया शुरू
केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा में बताया
नई दिल्ली-उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में मिले महत्वपूर्ण खनिजों में एक ग्लौकोनाइट के नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।सोनभद्र में मध्य प्रदेश की सीमा के पास सोन नदी के किनारे स्थित कुर्छा में ग्लौकोनाइट ब्लाक मौजूद है।सोनभद्र में सोना,लौह अयस्क,फस्फोराईट एवं हरे बालू के तौर पर जाने जाने वाले ग्लौकोनाइट सहित कई महत्वपूर्ण खनिज मौजूद हैं।भारत सरकार ने महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के 20 ब्लॉकों के लिए 29 नवम्बर, 2023 को इन खनिजों की नीलामी की पहली किश्त शुरू की है।इन्ही में सोनभद्र में मौजूद कुर्छा ग्लौकोनाइट ब्लाक भी शामिल है।
केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि केन्द्र सरकार ने देश में पहली बार महत्वपूर्ण खनिजों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की है। सरकार ने अब तक 30 खनिजों की पहचान महत्वपूर्ण खनिजों के रूप में की है।
कुर्छा में मौजूद 17.30 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन के लिए कम्पोजिट लाइसेंस दिया जायेगा।इसमें 11.8 हेक्टेयर निजी भूमि तथा 3.3 हेक्टेयर वन भूमि है।इन महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों की भारी मांग है जो आमतौर पर निर्यात से पूरी होती है। महत्वपूर्ण खनिज नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा, कृषि, फार्मास्युटिकल, उच्च तकनीक इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, परिवहन, गीगाफैक्ट्रीज़ के निर्माण जैसे क्षेत्रों की मांग को पूरा करते हैं।
बीते 17 अगस्त 2023 को एमएमडीआर अधिनियम में एक संशोधन के माध्यम से 24 खनिजों को महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के रूप में अधिसूचित किया गया था। यह संशोधन केंद्र सरकार को इन खनिजों के लिए खनिज रियायत देने की शक्ति प्रदान करता है ताकि केंद्र सरकार देश की आवश्यकताओं को देखते हुए इन खनिजों की नीलामी को प्राथमिकता दे सके। इन नीलामियों से जुटाया गया राजस्व राज्य सरकारों को भी मिलेगा।महत्वपूर्ण खनिजों की रॉयल्टी दरों को को तर्कसंगत बनाया गया है ताकि इन नीलामियों में अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके। सरकार ने मार्च, 2022 में ग्लौकोनाइट के लिए रॉयल्टी दर 2.5 प्रतिशत निर्दिष्ट की थीं।