खनन व्यापारी मुख्यमंत्री से मिलने की सम्भावना तलाश रहे

खनन व्यापारी मुख्यमंत्री से मिलने की सम्भावना तलाश रहे

सोनभद्र-मुख्यमंत्री के आगामी 16 जून को सोनभद्र के सम्भावित कार्यक्रम को देखते हुए खनन व्यापारियों में बेचैनी बढ़ गयी है। व्यापारी अब मुख्यमंत्री से मिलने की सम्भावना तलाश रहे हैं।पिछले कुछ महीने से खनन के पुनः अत्यंत संकट में पहुँचने को देखते हुए खनन व्यापारी चिंतित हैं। खासकर परमिट के मूल्य में बेतहासा अनाधिकृत वृद्धि से गिट्टी के दाम में दोगुनी वृद्धि हो गयी है।साथ ही परमिट की कमी भी बड़ी समस्या बन गयी है।खनन मंत्रालय के मुख्यमंत्री के पास होने को देखते हुए खनन व्यापारी उनसे मिलने के लिए प्रशासन से सम्पर्क बनाने में जुट गये हैं।

उधर विधायक सदर भूपेश चैबे, जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, पुलिस अधीक्षक डाॅ0 यशवीर सिंह द्वारा मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित कार्यक्रम के तहत डायट परिसर उरमौरा का निरिक्षण किया गया। इस दौरान मंच, सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई, मैदान की लेबलिंग कराने तथा मैदान स्थल के आस- पास के झाड़ियों आदि को जल्द से जल्द हटाते हुए मैदान में उचित प्रबन्ध व्यवस्था करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने उरमौरा के डायट मैदान में संभावित भ्रमण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य मंत्री के मंच और पाण्डाल के व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता से जानकारी लेते हुए कहा कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं ससमय पूर्ण कर ली जाये।

इस दौरान जिलाधिकारी ने भीड़ को नियंत्रण करने, बैरिकेटिंग, मीडिया प्रतिनिधियों आदि को कवरेज करने हेतु मीडिया सेल आदि का आवश्यक प्रबन्ध का भी जायजा लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डाॅ0 यशवीर सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाये, मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी के संभावित कार्यक्रम के तैयारियों के स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) सहदेव कुमार मिश्रा सहित अन्य सम्बन्धितण उपस्थित रहें।

Latest News

ऊर्जा मंत्री के निजीकरण समर्थक बयान पर भड़की संघर्ष समिति ऊर्जा मंत्री के निजीकरण समर्थक बयान पर भड़की संघर्ष समिति
नयी दिल्ली - उत्तर प्रदेश के शीतकालीन सत्र में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा दिए गए बयान ने...
भारत में कोयला आयात में कमी
उप्र में बिजली के निजीकरण के विरोध में देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन
44000 करोड़ रुपए खर्च के बाद अचानक ऊर्जा निगमों को बेचने पर उठे सवाल
भारत बना अक्षय ऊर्जा की राजधानी: केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी
अरबों खरबों रुपए की परिसंपत्तियों को निजी घरानों को सौंपने की जल्दबाजी में भारी घपले की आशंका
निजीकरण के मामले ने योगी सरकार की विश्वसनीयता पर उठाये सवाल
"भारत का राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2024: हरित भविष्य की ओर"
"निजीकरण विरोधी दिवस" मनाकर देशभर के बिजलीकर्मियों ने दिखाई एकजुटता
आसान नहीं होगा आईएएस प्रबंधन के लिए बिजलीकर्मियों का विकल्प ढूँढना