ईसीआई सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी और बड़े पैमाने पर मतदाताओं से जुड़ने में बीएलओ का योगदान महत्वपूर्ण
नई दिल्ली,14 सितंबर 2022- भारत निर्वाचन आयोग ने भारत के सभी राज्यों में फैले बीएलओ के साथ आज आयोजित एक संवादात्मक सत्र में एक नए डिजिटल प्रकाशन ‘बीएलओ ई-पत्रिका’का विमोचन किया। 350 से भी अधिक बीएलओ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के कार्यालय से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसमें शामिल हुए और आस-पास के राज्यों जैसे कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 50 बीएलओ ने इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लिया।
बीएलओ ने आयोग के साथ संवाद के दौरान इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने दायित्वों का पालन करते समय अपने विभिन्न अनुभवों एवं चुनौतियों और इसमें मिली सफलता की गाथाओं को साझा किया। आज का यह कार्यक्रम आयोग द्वारा देश भर में फैले बीएलओ के साथ किया गया अपनी तरह का पहला सीधा संवाद था। चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारीगण और सभी राज्यों के सीईओ (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए) इस कार्यक्रम के दौरान मौजूद थे।
.उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीईसी राजीव कुमार ने स्वीकार किया कि बीएलओ फील्ड स्तर की सबसे प्रभावकारी संस्था होने के नाते ईसीआई प्रणाली के अभिन्न अंश के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लोगों के साथ आयोग के प्रत्यक्ष जुड़ाव और लोकतंत्र को मजबूत करने में उनकी भागीदारी को सुविधाजनक बनाते हैं।
श्री कुमार ने एक त्वरित काव्यात्मक वर्णन करते हुए कहा, “बीएलओ निर्वाचन आयोग के स्वरूप के रूप में साकार हैं, आयोग का व्यवहार हैं, आयोग की दृष्टि और स्वर भी हैं, इसलिए आप सब का अत्यंत आभार है।” श्री कुमार ने बीएलओ को आश्वासन दिया कि आयोग बीएलओ संस्था की ताकत को पहचानता है जो अपनी बहुमुखी उपस्थिति के जरिए मतदाताओं को संबंधित सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी सुनिश्चित करती है।
बीएलओ देश भर में हर मतदाता के लिए सूचना का प्राथमिक स्रोत हैं। सीईसी ने कहा कि ‘बीएलओ ई-पत्रिका’शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य बूथ स्तर के अधिकारी को बेहतर ढंग से सूचनाओं से लैस करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए एक व्यापक सूचना मॉडल सुनिश्चित करना है।
द्विमासिक ई-पत्रिका के विषयों में ईवीएम-वीवीपीएटी प्रशिक्षण, आईटी संबंधी अनुप्रयोग, विशेष सार पुनरीक्षण, मतदान केंद्रों पर न्यूनतम स्वीप गतिविधियां, डाक मतपत्र सुविधा, सुगम्य चुनाव, चुनावी साक्षरता क्लब, अद्वितीय मतदाता जागरूकता पहल और राष्ट्रीय मतदाता दिवस जैसे विषय शामिल होंगे। इसमें बीएलओ के साथ अनौपचारिक संवाद, उनकी सफलता की गाथाएं और देश भर में अपनाई जाने वाले सर्वोत्तम तौर-तरीके भी शामिल होंगे। भाषा सरल, संवादात्मक और दृष्टांत होगी। यह पत्रिका अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। बीएलओ ई-पत्रिका के अंग्रेजी और हिंदी संस्करणों को ईसीआई की वेबसाइट पर नीचे दिए गए लिंक या ईसीआई के ट्विटर हैंडल (@ECISVEEP) के माध्यम से पढ़ा जा सकता है, और ये गरुड़ ऐप के माध्यम से अपलोड भी किए जाते हैं।