पूरे देश में सबसे कम हुई उत्तर प्रदेश में बारिश
नई दिल्ली,7 सितंबर 2022-चालू मानसून की बेरुखी देश के बड़े हिस्से में दिखाई पड़ रही है। मानसून सत्र के अंतिम 23 दिन शेष बचे हैं लेकिन 17 राज्यों में अभी तक सामान्य से कम बारिश हुयी है। जिसके कारण धान और मक्के की खेती पर तगड़ा असर पड़ा है। कई बड़े प्रदेशों में बड़े क्षेत्र में इस बार धान की बोआई नहीं हो पायी है।
उत्तर प्रदेश में सबसे कम बारिश
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अभी तक सबसे कम बारिश हुयी है। छह सितंबर 2022 तक यूपी में 46 फीसद कम बारिश हुयी है। जबकि पिछले वर्ष 6 सितंबर 2021 तक यूपी में सामान्य से 10 फीसद कम बारिश हुयी थी। चालू सत्र में पूर्वी यूपी में 45 फीसद एवं पश्चिम यूपी में 46 फीसद कम बारिश हुयी है। वर्ष 2021 में 6 सितंबर तक पूर्वी यूपी में एक फीसद एवं पश्चिम यूपी में 22 फीसद कम बारिश हुयी थी।
बिहार सहित कई प्रदेशो में कम बारिश
उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में भी काफी कम बारिश हुयी है। बिहार में 6 सितंबर 2022 तक सामान्य से 35 फीसद कम बारिश हुयी है। इसके अलावा झारखंड में 26 फीसद,पश्चिम बंगाल में 18 फीसद,पंजाब में 17 फीसद,केरला में 11 फीसद,उत्तराखंड में 13 फीसद कम बारिश हुयी है। छोटे प्रदेशों में भी खासकर पूर्वी प्रदेशों कम बारिश देखने को मिली है। जिसमे मणिपुर में 46 फीसद,दिल्ली में 37 फीसद,त्रिपुरा में 25 फीसद,नागालैंड में 18 फीसद कम बारिश हुयी है।
तमिलनाडु में सामान्य से 90 फीसद ज्यादा बारिश
देश के ज्यादातर बड़े राज्यों में कम बारिश हुयी है वहीँ दक्षिण के बड़े राज्यों में काफी अच्छी स्थिति है। तमिलनाडु में सामान्य से 90 फीसद ज्यादा बारिश हुयी है। कर्नाटका में सामान्य से 40 फीसद,राजस्थान में 37 फीसद,लद्दाख में 44 फीसद,गुजरात में 24 फीसद,मध्यप्रदेश में 19 फीसद एवं महाराष्ट्र में सामान्य से 17 फीसद ज्यादा बारिश हुयी है।