वैज्ञानिकों ने विकसित किया पीजोइलेक्ट्रिक पॉलीमर नैनोकंपोजिट
ऊर्जा संचयन और सुरक्षा चेतावनी प्रणाली में आएगा काम
फोटो-सुरक्षा चेतावनी प्रणाली के लिए उपयोग किए जाने वाले पीजोइलेक्ट्रिक पेवमेंट का प्रोटोटाइप
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज (सीईएनएस) के वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला (सीएसआईआर-एनसीएल), पुणे के सहयोग से एक नई पीजोइलेक्ट्रिक पॉलीमर नैनोकंपोजिट सामग्री विकसित की है। इस सामग्री का उपयोग ऊर्जा संचयन और दबाव-संवेदन एप्लिकेशनों में किया जा सकता है।
मुख्य जानकारी:
- पीजोइलेक्ट्रिक पॉलीमर नैनोकंपोजिट: यह नई सामग्री ऊर्जा संचयन और दबाव संवेदन के लिए उपयोगी हो सकती है।
- सुरक्षा चेतावनी प्रणाली: शोधकर्ताओं ने एक सुरक्षा चेतावनी प्रणाली विकसित की है जो एंड्रॉइड ऐप और ब्लूटूथ आधारित है।
- उच्च पीजोइलेक्ट्रिक आउटपुट: यूआईओ-66 मोनोक्लिनिक ज़िरकोनिया नैनोपार्टिकल्स से बने पॉलीमर नैनोकंपोजिट ने अन्य डेरिवेटिव की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।
कॉन्टैक्ट:
अधिक जानकारी के लिए, प्रो बी.एल.वी. प्रसाद (ईमेल: [email protected]) या डॉ सुभाष सीके (ईमेल: [email protected]) से संपर्क किया जा सकता है।
ऊर्जा संचयन (Energy Harvesting):
ऊर्जा संचयन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विभिन्न स्रोतों से ऊर्जा एकत्रित की जाती है और इसे उपयोगी विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। ये स्रोत सामान्यतः छोटे और अप्रत्यक्ष होते हैं, जैसे सौर ऊर्जा, तापीय ऊर्जा, यांत्रिक ऊर्जा (जैसे कंपन या गति से), और विद्युत चुंबकीय ऊर्जा। ऊर्जा संचयन के माध्यम से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग बैटरी चार्ज करने, सेंसर चलाने, और अन्य छोटे विद्युत उपकरणों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
दबाव संवेदन (Pressure Sensing):
दबाव संवेदन एक ऐसी तकनीक है जिसमें दबाव के मापने के लिए सेंसर का उपयोग किया जाता है। जब कोई वस्तु या व्यक्ति किसी सतह पर दबाव डालता है, तो दबाव संवेदन उपकरण इसे पहचानते हैं और इसे विद्युत संकेत में परिवर्तित कर देते हैं। यह संकेत बाद में विभिन्न प्रकार की जानकारी देने के लिए उपयोग किया जा सकता है, जैसे किसी क्षेत्र में उपस्थित व्यक्ति की पहचान, सुरक्षा प्रणाली को सक्रिय करना, या मशीनों के संचालन को नियंत्रित करना।
संयोजन:
ऊर्जा संचयन और दबाव संवेदन दोनों का संयोजन अत्यधिक प्रभावी हो सकता है। उदाहरण के लिए, पीजोइलेक्ट्रिक सामग्री का उपयोग दबाव से उत्पन्न यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए किया जा सकता है। इस विद्युत ऊर्जा का उपयोग दबाव संवेदन प्रणाली को शक्ति देने के लिए किया जा सकता है, जिससे एक स्वायत्त, टिकाऊ और ऊर्जा-कुशल प्रणाली बनाई जा सकती है।
स्रोत-PIB