सूर्य के क्रोमोस्फीयर के असमान घूर्णन को मापने की मिली उपलब्धि

Image showing the mapping of the Sun's differential rotation

भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (आईआईए) के खगोलविदों ने कोडाईकनाल सौर वेधशाला के 100 वर्षों के डेटा का उपयोग करके सूर्य के क्रोमोस्फीयर की विभेदक घूर्णन गति को सफलतापूर्वक मानचित्रित किया है। इस अध्ययन में पाया गया कि सूर्य के भूमध्य रेखीय क्षेत्र की घूर्णन गति तेज़ है, जो एक चक्कर पूरा करने में 25 दिन लेती है, जबकि ध्रुवीय क्षेत्र धीमी गति से घूमते हैं, जिसे पूरा होने में लगभग 35 दिन लगते हैं। इस विभेदक घूर्णन को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र, सौर डायनेमो और सौर चक्र से जुड़ा है, जो पृथ्वी पर भी प्रभाव डाल सकता है, जैसे चुंबकीय तूफान।

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यह स्कीमैटिक सूर्य के विभेदक घूर्णन को दर्शाता है, जहां विभिन्न अक्षांशों पर सतही क्षेत्र अलग-अलग गति से घूर्णन करते हैं

 

इस अध्ययन में सौर प्लेज (उज्ज्वल क्षेत्र) और नेटवर्क जैसी विशेषताओं का उपयोग किया गया, जो सूर्य की सतह पर लगातार मौजूद रहती हैं और घूर्णन गति को समझने में मदद करती हैं, विशेष रूप से ध्रुवीय क्षेत्रों में। ये विशेषताएं कैल्शियम K वर्णक्रमीय रेखा पर 393.3 नैनोमीटर की तरंगदैर्घ्य पर कैप्चर की गई छवियों से मापी गईं।

इस शोध से सूर्य के विभेदक घूर्णन की एक स्पष्ट तस्वीर मिली, जिससे यह पता चला कि सूर्य के क्रोमोस्फीयर में भूमध्य रेखा पर घूर्णन गति 13.98 डिग्री प्रति दिन और 80 डिग्री अक्षांश पर 10.5 डिग्री प्रति दिन है। यह अध्ययन एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ था, और यह सूर्य के आंतरिक कामकाज की एक व्यापक समझ प्रदान करता है।

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सूर्य का कैल्शियम-K स्पेक्ट्रोहेलियोग्राम, 11 अप्रैल, 1936 को कोडाईकनाल सौर वेधशाला में कैप्चर किया गया। छवि में क्रोमोस्फीयर को हाइलाइट किया गया है, जिसमें सूर्य की चुंबकीय गतिविधि से जुड़े प्लेज (उज्ज्वल क्षेत्र) और नेटवर्क (वेब ​​जैसी विशेषताएं) दिखाए गए हैं

 

सूर्य के क्रोमोस्फीयर की घूर्णन गति

सूर्य के क्रोमोस्फीयर की घूर्णन गति (rotational speed) सूर्य की बाहरी परतों की गति का हिस्सा है और यह सूर्य के विभिन्न हिस्सों पर अलग-अलग होती है। क्रोमोस्फीयर सूर्य के वायुमंडल की दूसरी परत है, जो फोटोस्फीयर के ऊपर और कोरोना के नीचे स्थित होती है। सूर्य की घूर्णन गति को सूर्य की सतह की विभिन्न परतों के संदर्भ में समझा जाता है।

  1. भिन्न घूर्णन दर (Differential Rotation): सूर्य की घूर्णन गति भिन्न होती है, जिसका अर्थ है कि सूर्य के विभिन्न अक्षांशों पर घूर्णन की गति अलग-अलग होती है। यह गति भूमध्य रेखा पर तेज़ और ध्रुवों की ओर धीमी होती है।

    • भूमध्य रेखा (Equator) पर क्रोमोस्फीयर की घूर्णन गति लगभग 25 दिन होती है।
    • ध्रुवों (Poles) पर घूर्णन गति धीमी होती है, जो लगभग 35 दिनों में एक चक्कर पूरा करती है।
  2. घूर्णन गति का मापन: सूर्य की घूर्णन गति का मापन डॉपलर शिफ्ट (Doppler Shift) और ट्रेसर विधियों द्वारा किया जाता है। क्रोमोस्फीयर में घूर्णन का अध्ययन हाइड्रोजन अल्फा (H-alpha) रेखाओं के अवलोकन से किया जाता है, जो हमें सूर्य के वायुमंडल के विभिन्न परतों की गतियों की जानकारी देते हैं।image003QLPX

    यह चित्र सूर्य के विभेदक घूर्णन को दर्शाता है, जहाँ विभिन्न अक्षांश अलग-अलग गति से घूमते हैं। डेटा प्वाइंट्स (विभिन्न रंगों में दिखाए गए) सूर्य के क्रोमोस्फीयर में प्लेज और विभिन्न प्रकार के नेटवर्क क्षेत्रों जैसी विशेषताओं का उपयोग करके मापी गई घूर्णन दरों को दर्शाते हैं।

     

सूर्य की घूर्णन गति का अध्ययन सौर गतिविधियों, जैसे सौर धब्बों, सौर हवाओं, और चुंबकीय क्षेत्र के विकास को समझने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

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